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Monday, March 29, 2010

छतहार के होली गीत-11

तुम क्यों दहलानि नार,लंकगढ़ कोई लेवइया नाहीं हो
मेरो जैसो राजा नहीं हो,मेरो जैसो राजा नहीं
उठे समुद्र हिलोड़,लंकगढ़ कोई लेवइया नाहीं
तुम क्यो दहलानि नार,लंकगढ़ को लेवइया नाहीं
कुंभकरण जैसो भाई जैखे,कुंभकरण जैसो भाई न हो
अति बलवंत कहाए,लंकगढ़ कोई लेवइया नाहीं हो
तुम क्यों दहलानि नार लंकगढ़ कोई लेवइया नाहीं हो
मेघनाद सा बेटा जाखे,मेघनाद सा बेटा न हो
इंद्रजीत कहलाए लंकगढ़ कोई लेवइया नाहीं हो
तुम क्यों दहलानि नार लंकगढ़ कोई लेवइया नाहीं हो
मेरो जैसो योद्धा नहीं हो,मेरो जैसो योद्धा नहीं
बीस भुजा दस शीश लंकगढ़ कोई लेवइया नाहीं हो
तुम क्यों दहलानि नार लंकगढ़ कोई लेवइया नाहीं हो
सौजन्य- श्री लखन चौधरी

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