शक्ति की आराधना का पर्व नवरात्र धूमधाम से शुरू हो गया। पहले दिन देवी के शैलपूत्री रूप की पूजा की गई। पूरे गांव में सुबह से ही पूजा की सरगर्मी शुरू हो गई थी। पूजा के लिए फूल और बेल पत्र इकट्ठा करने के लिए तड़के ही लोग घरों से निकल पड़े थे। इसके लिए बच्चों और युवकों में खास उत्साह था। घरों से निकल रहे दुर्गा सप्तशती के पाठ स्वर और शंख ध्वनि से पूरे इलाके का माहौल धार्मिक बन गया। गांव के पंडितों के लिए खासतौर पर ये व्यस्त दिन रहा। पूरे नौ दिन उन्हें अलग-अलग घरों में चंडी पाठ करना होगा।
उधर, तेलडीहा में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मां के भक्त सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर वहां पहुंच रहे थे। भक्त सुल्तानगंज से करीब बीस किलोमीटर की यात्रा पैदल तय कर तेलडीहा पहुंचे। यहां जल धारने के बाद ही भक्तों ने अपने घरों की तरफ रुख किया। बहरहाल, नवरात्र का ये पहला ही दिन था, आने वाले दिनों में तेलडीहा में भारी भीड़ जुटने का अनुमान है। खासतौर पर अष्टमी, नवमी और दशमी के रोज तो यहां लाखों की तादाद में श्रद्धालु जमा होते हैं।