पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र के साथ पटना एयरपोर्ट पर दिग्विजय सिंह। चित्र-साभार
आपसे निवेदन
आप चाहे छतहार में रहते हों या छतहार से बाहर, अगर आपका रिश्ता छतहार से है तो ये ब्लॉग आपका है। हम चाहते हैं कि आप छतहार के बारे में अपनी जानकारी, अपनी भावना, अपने विचार हमसे बांटें। आप अगर छतहार से बाहर रहते हैं और जिंदगी की आपाधापी में छतहार से आपका रिश्ता टूट चुका है तो हम चाहते हैं कि आप अपने बारे में हमें जानकारी भेजें ताकि ब्लॉग में हम उसे पोस्ट कर छतहार से आपका रिश्ता जोड़ सकें। हमारा मकसद इस ब्लॉग को छतहार का इनसाइक्लोपीडिया बनाना है। दुनिया के किसी भी हिस्से में बैठा कोई शख्स छतहार के बारे में अगर कोई जानकारी चाहे तो उसे अपने गांव की पक्की सूचना मिल सके। ये आपके सहयोग के बगैर संभव नहीं है। हमें इस पते पर लिखे- hkmishra@indiatimes.com
Friday, June 25, 2010
दिग्विजय बाबू को श्रद्धांजलि
दिग्विजय सिंह की मौत से छतहार से रिश्ता रखने वाला हर कोई दुखी है। छतहार से बाहर रहने वाले लोग भी अपने-अपने तरीके से दिग्विजय बाबू को याद कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह के निधन की खबर आते ही गाजियाबाद के वसुंधरा में उनकी याद में एक शोक सभा हुई, जिसमें यहां रहने वाले गांव के युवाओं ने हिस्सा लिया और अपनी संवेदनाएं प्रकट की। हिमांशु कुमार मिश्र की अध्यक्षता में हुई सभा में संगीता सिंह, दिव्यांशु भारद्वाज, विकास मिश्र, नीरज, सौरभ, आशीष और मनीष मौजूद थे। तमाम वक्ताओं ने एक राय से माना कि दिग्विजय सिंह जैसे कद्दावर नेता की मौत छतहार के लिए बड़ी क्षति है। छतहार ब्लॉग की तरफ से भी दिग्विजय बाबू को हार्दिक श्रद्धांजलि।
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