आपसे निवेदन

आप चाहे छतहार में रहते हों या छतहार से बाहर, अगर आपका रिश्ता छतहार से है तो ये ब्लॉग आपका है। हम चाहते हैं कि आप छतहार के बारे में अपनी जानकारी, अपनी भावना, अपने विचार हमसे बांटें। आप अगर छतहार से बाहर रहते हैं और जिंदगी की आपाधापी में छतहार से आपका रिश्ता टूट चुका है तो हम चाहते हैं कि आप अपने बारे में हमें जानकारी भेजें ताकि ब्लॉग में हम उसे पोस्ट कर छतहार से आपका रिश्ता जोड़ सकें। हमारा मकसद इस ब्लॉग को छतहार का इनसाइक्लोपीडिया बनाना है। दुनिया के किसी भी हिस्से में बैठा कोई शख्स छतहार के बारे में अगर कोई जानकारी चाहे तो उसे अपने गांव की पक्की सूचना मिल सके। ये आपके सहयोग के बगैर संभव नहीं है। हमें इस पते पर लिखे- hkmishra@indiatimes.com

Tuesday, February 8, 2011

छतहार में स्वास्थ्य जांच मेला का आयोजन

स्वास्थ्य चेतना के तहत सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य जांच मेला का आयोजन किया जा रहा है। 3 फरवरी को छतहार के स्वास्थ्य उप केंद्र पर स्वास्थ्य जांच मेला लगाया गया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शंभूगंज के चिकित्सकों द्वारा 400 से अधिक रोगियों का स्वास्थ्य जांच किया गया। जांचोपरांत रोगियों को दवा का मुफ्त वितरण किया गया। इसी दिन राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे का आगमन हुआ। तारापुर की विधायक श्रीमति नीता चौधरी भी उनके साथ उपस्थित थीं। मंत्री जी की सभा रात नौ से बारह बजे तक छतहार मध्य विद्यालय के प्रांगण में हुई। सभा की अध्यक्षता छतहार के मुखिया श्री मनोज मिश्र ने की।
सभा में मुखिया जी ने पंचायत की ओर से तीन मांग मंत्री महोदय के सामने रखी। पहली मांग मोहनगंज से बड़ुआ नदी तक के जर्जर रोड की मरम्मत करवाने की थी। यह रोड मुंगेर जिला तारापुर क्षेत्र में पड़ता है। तारापुर की विधायक नीता चौधरी ने इसे जल्द बनवाने का आश्वासन दिया। दूसरी मांग इस वर्ष सूखे की स्थिति और सिंचाई की कठिनाइयों को देखते हुए बड़ुआ नदी से निकलने वाले डांढ़ के मुहाने पर एटम बॉल लगाने की थी। तीसरी मांग स्वास्थ्य उप केंद्र के भवन निर्माण करवाने और इसे अपग्रेड करके अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनवाने की थी।
मंत्री ने अपने संबोधन में ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वे समस्या का समाधान करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने इस संदर्भ में सिविल सर्जन बांका को आवश्यक निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि वे स्वास्थ्य चेतना यात्रा के क्रम में सभी जिलों में जा रहे हैं। प्रत्येक जिले के तीन से चार स्वास्थ्य केंद्रों पर वे खुद जा रहे हैं। राज्य के 11000 स्वास्थ्य केंद्रों पर यह व्यवस्था की गई है जिससे करीब एक करोड़ लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। श्री चौबे ने कहा कि उनका उद्देश्य देशी चिकित्सा, योग, होमियोपैथ और प्राकृतिक चिकित्सा को बढ़ावा देना है जिससे लोगों को महंगी अंग्रेजी दवा कम से कम खाना पड़े। जर्जर स्वास्थ्य केंद्रों को ठीक कराया जाएगा जिससे बड़े अस्पतालों में लोगों की भीड़ कम हो सके।
'चिकित्सक और चिकित्सा जनता के द्वार कार्यक्रम' बिहार में पहली बार चलाया जा रहा है। उद्देश्य स्पष्ट है कि लोग स्वस्थ रहें और अपराध कम हो क्योंकि स्वस्थ व्यक्ति अपराध कम करता है।

1 comment:

  1. Teeno Mangen bahut hi labhprad hai,isse us chhetra ke vikash per gahra asar dikhega.


    Regards
    Manoj Mishra
    Begusarai
    9771493616

    ReplyDelete