छतहार में डुगडुगी बज रही है। मुखियाजी का फरमान आया है कि हर बच्चा स्कूल जाएगा। रमचरणा परेशान है। देवली भी सोच रही है कि उसका बच्चा स्कूल कैसे जाएगा क्योंकि जब बच्चा स्कूल जाएगा तो मजूरी कौन करेगा? मजूरी नहीं करेगा तो पेट कैसे भरेगा?
चिंता वाजिब है। देवली अपने बच्चे को स्कूल कैसे भेजेगी। घर में कुछ खाने-पीने को होगा तब तो बच्चा स्कूल जाएगा। देवली और रमचरणा की चिंता लेकर गांव वाले पहुंच गए मुखियाजी के दरबार में। सिंटू बाबू बोले- मुखियाजी, आपने ये क्या फरमान जारी कर दिया। गरीब का बच्चा कैसे स्कूल जा सकता है? वो स्कूल जाएगा तो उसे खाना कौन खिलाएगा?
मुखियाजी बोले, चिंता के कौनो बात नय छै। सभै इंतजाम सरकार करि दैल्हो छै। सब तोरा सब कै अपनो मन बनाय कैरो बात छै।
सिंटू बाबू पहले कुछ सोचने की मुद्रा में आए, फिर बोल पड़े- कि इंतजाम करलौ छै सरकार ने?
अब मुखियाजी, अंगिका से हिन्दी पर उतर आए। बोले- गरीबों में अपने बच्चों को स्कूल भेजने की मानसिकता तैयार करने के लिए सरकार की तरफ से आंगनबाड़ी कार्यक्रम चल रहा है। इसके तहत गरीबी रेखा के नीचे के छह महीने से तीन साल तक के पंचायत के करीब ढाई सौ बच्चों को (प्रति केंद्र 40 बच्चे, पंचायत में 6 केंद्र हैं) महीने में पूरक पोषाहार यानी सूखा राशन दिया जाएगा। यही नहीं, तीन से छह साल तक की उम्र के 40 बच्चों और तीन किशोरी बालिकाओं को महीने में पच्चीस दिन का पोषाहार यानी खाना दिया जाएगा। मुखियाजी ने बताना जारी रखा। कहा- इंतजाम सिर्फ बच्चों के लिए नहीं है। उनकी मांओं के लिए भी सरकार ने भंडार खोल दिया है। आठ गर्भवती और 8 शिशुवती यानी जिनके बच्चे हैं, उनके लिए भी आंगनबाड़ी योजना में पोषाहार का इंतजाम है। ये तो हुई पोषाहार की बात। आंगनबाड़ी योजना के तहत सरकारी डॉक्टर बच्चों और उनकी मांओं की सेहत का भी ध्यान रखेंगे। समय-समय पर इनके स्वास्थ्य की जांच की जाएगी ताकि पंचायत का कोई बच्चा कुपोषित ना रह जाए।
मुखियाजी बोलते जा रहे थे, गांव बोले टकटकी लगाए उनकी बातें सुनते जा रहे थे। आखिर में मुखियाजी बोले-बोल देवली अपनो बच्चा के स्कूल नया भैजवे। देवली बोली, सरकार जब एतना इंतजाम करलौ छै तो हमरो भी फर्ज बनै छै। हमरो बच्चा भी अब स्कूल जैते। लेकिन, एक बात तो हमरा सबकै नै बतैल्हो। आंगनबाड़ी केंद्र छै कहां? कहां मिलतै राशन-पानी?
मुखियाजी के बोलने के से पहले सिंटू बाबू ने कहना शुरू कर दिया। तो सब गांव में रहै छैं और एतना भी नै मालूम छौ। सुन- समेकित बाल विकास सेवा कार्यक्रम के तहत इस समय छतहार पंचायत में इस समय छह आंगनबाड़ी केंद्र हैं।
1. आंगनबाड़ी केंद्र छतहार दक्षिण टोला, सेविका- श्रीमती रुपम देवी, पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि से पंचायत द्वारा 3.26 लाख की लागत से भवन का निर्माण.
2. आंगनबाड़ी केंद्र छतहार उत्तर रविदास टोला- वर्तमान में ये सामुदायिक चौपाल में चलता है, सेविका- श्रीमती रंजू देवी
3. आंगनबाड़ी केंद्र सहरोय गोयड़ा टोला अंबा रविदास टोला, सामुदायिक चौपाल में चलता है, सेविका-श्रीमती वीणावादिनी
4.आंगनबाड़ी केंद्र मालडा, सामुदायिक चौपाल में, सेविका- श्रीमती सिंधु देवी
5. आंगनबाड़ी केंद्र, टीना, सामुदायिक भवन में, सेविका-कुमारी गुड़िया
6. आंगनबाड़ी केंद्र, हरिवंशपुर, अपना भवन पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि से पंचायत द्वारा 3.26 लाख रुपये की लागत से भवन, सेविका, श्रीमती सुप्रिया दास
आपसे निवेदन
आप चाहे छतहार में रहते हों या छतहार से बाहर, अगर आपका रिश्ता छतहार से है तो ये ब्लॉग आपका है। हम चाहते हैं कि आप छतहार के बारे में अपनी जानकारी, अपनी भावना, अपने विचार हमसे बांटें। आप अगर छतहार से बाहर रहते हैं और जिंदगी की आपाधापी में छतहार से आपका रिश्ता टूट चुका है तो हम चाहते हैं कि आप अपने बारे में हमें जानकारी भेजें ताकि ब्लॉग में हम उसे पोस्ट कर छतहार से आपका रिश्ता जोड़ सकें। हमारा मकसद इस ब्लॉग को छतहार का इनसाइक्लोपीडिया बनाना है। दुनिया के किसी भी हिस्से में बैठा कोई शख्स छतहार के बारे में अगर कोई जानकारी चाहे तो उसे अपने गांव की पक्की सूचना मिल सके। ये आपके सहयोग के बगैर संभव नहीं है। हमें इस पते पर लिखे- hkmishra@indiatimes.com
Its too good. Keep it up Mukhiya ji.
ReplyDeleteIts too good. Keep it up Mukhiya ji.
ReplyDeleteमुखियाजी का फरमान- हर बच्चा स्कूल जाएगा"
ReplyDeletekya farman hai,
wah mukhiya G,
Humlogon ko appe naaz hai.
Abodh
(Kabul Jha)
Chhatahar
SACHMUCH Chhathar ab badal raha hai,Ham sab aapke saath hain,Aapka har karya sarahniya hai,Lekin panchayat karya TEAM WORK hai,ham sab ko aap ke tarah hi imandari aur lagan sen sahyog dena hoga.
ReplyDeleteThanks
Manoj Mishra
S/o Sri Ramanad Mishra
(Chhathar),Posted at IOCL Barauni Refinery site
Service Engineer (9934193963)
Honeywell
jitega bhai jitega mukhiya ji jitega .
ReplyDelete