छतहार गांव पर पंचायत की उभरती गीतकार आरती मिश्रा ने छतहार ब्लॉग के लिए खासतौर पर एक गीत लिखा है। गीत को संगीत दिया है मनोज मिश्र ने। हमारी कोशिश रहेगी कि इस गीत का ऑडियो जल्द हम ब्लॉग पर डाल पाएं। तब तक आप गीत का आनंद लीजिए।
हमरा छ्तहार मन भावै बिहार राज्य के बांका जिला में
छ्तहार गाँव भी आवै हो भाय
छ्तहार बड़ा मन भावै
छ्तहार के पूरब में शीतला मैया
वहीँ छै परास के गाछो हो भाय
छ्तहार बड़ा मन भावै
परास के फूल बड़ा सुंदर लागै
बड़ुवा नदी |
शीतल बहै छै बयारो हो भाय
छ्तहार बड़ा मन भावै
पश्चिम में बड़ुआ नद्दी हमरअ्
सावन के सुंदर लहरिया हो भाय छ्तहार बड़ा मन भावै
छतहार के बीच में शिव के शिवाला
काली पूजा के अखाड़ा हो भाय
छतहार बड़ा मन भावै
शिवाला के बगलो में बिषहरा मैया
शिवाला |
छतहार बड़ा मन भावै
छतहार के उत्तर में बालक बाबाखेत खलिहानों के रक्षा हो भाय
छतहार बड़ा मन भावै
छतहार के दक्षिण में ज्वाला देवी
सभै के मंसा पुराबै हो भाय
छतहार पंचाय़त में तेलडीहा गांव छैजहां बसै कृष्ण काली हो भायछतहार बड़ा मन भावै
तेलहीडा महारानी के महिमा अपार छैमनचाहा फल दै छैय़ हो भायछतहार बड़ा मन भावै
छतहार के लोग चाहे जहां रहै छैमन बसै छतहारे हो भायछतहार बड़ा मन भावै
छतहार पंचायतो में संगीत के पूजा सुर लय ताल मन भावै हो भाय
छतहार बड़ा मन भावै
धन्य छतहार धन्य-धन्य छतहरिया
सिंघिया मंदिर |
धन्य छै छतहारो से जुड़वैया हो भाय
छतहार बड़ा मन भावै
धन्य छतहारो के बेटी सब छैधन्य छतहारो के जमइया हो भायछतहार बड़ा मन भावै
"आरती" कहै छै जे बनी अइलै
धन्य छै छतहारो के पुतहुआ हो भायछतहार बड़ा मन भावै.."आरती" कहै छै जे बनी अइलै
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