श्रावणी मेला शुरू हो चुका है। सुल्तानगंज से बाबा बैद्यनाथधाम तक हर तरफ भगवा छटा बिखरी हुई है। रोशन मिश्र के सौजन्य से हम श्रावणी मेले की चंद तस्वीरें लेकर आए हैं।
आपसे निवेदन
आप चाहे छतहार में रहते हों या छतहार से बाहर, अगर आपका रिश्ता छतहार से है तो ये ब्लॉग आपका है। हम चाहते हैं कि आप छतहार के बारे में अपनी जानकारी, अपनी भावना, अपने विचार हमसे बांटें। आप अगर छतहार से बाहर रहते हैं और जिंदगी की आपाधापी में छतहार से आपका रिश्ता टूट चुका है तो हम चाहते हैं कि आप अपने बारे में हमें जानकारी भेजें ताकि ब्लॉग में हम उसे पोस्ट कर छतहार से आपका रिश्ता जोड़ सकें। हमारा मकसद इस ब्लॉग को छतहार का इनसाइक्लोपीडिया बनाना है। दुनिया के किसी भी हिस्से में बैठा कोई शख्स छतहार के बारे में अगर कोई जानकारी चाहे तो उसे अपने गांव की पक्की सूचना मिल सके। ये आपके सहयोग के बगैर संभव नहीं है। हमें इस पते पर लिखे- hkmishra@indiatimes.com
Saturday, July 31, 2010
Saturday, July 24, 2010
शाकद्वीपीय टोला में फिर शोक, विजय बा नहीं रहे
श्री गोपाल मिश्र के आकस्मिक निधन के सदमे से छतहार का शाकद्वीपीय समाज अभी उबर भी नया पाया था कि पुरनका टोला निवासी श्री विजय मिश्र के निधन की खबर ने शाकद्वीपीय टोला को मर्माहत कर दिया। शुक्रवार यानी २३ जुलाई की रात करीब साढ़े ग्यारह बजे श्री विजय मिश्र ने आखिरी सांस ली। वो करीब ८५ साल के थे। श्री विजय मिश्र के साथ आखिरी लम्हों में उनके पुत्र श्री सुभाष मिश्र साथ मौजूद थे। छतहार ब्लॉग की तरह विजय बाबा को श्रद्धांजलि। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।
Saturday, July 10, 2010
विषहरी पूजा मंगलवार को
आज ढोल बजने के साथ ही विषहरी पूजा की उलटी गिनती शुरू हो गई। विषहरी पूजा मंगलवार यानी 13 जुलाई को है। हर साल पूजा से कुछ दिन पहले ढोल बजाने का नियम है। ढोल बजने के बाद गांव में किसी का शादी-विवाह नहीं हो सकता है। पूजा के दिन गांव को पहले बांधा जाता है और इसके बाद बकरों की बलि दी जाती है।
Wednesday, July 7, 2010
शाकद्वीपीय समाज में शोक
छतहार के शाकद्वीपीय समाज में उस वक्त शोक की लहर दौड़ गई जब यह खबर आई कि स्व. डॉ. जीवानंद मिश्र के द्वितीय सुपुत्र श्री गोपाल मिश्र अब इस दुनियां में नहीं रहे। गोपाल मिश्र का निधन आज दोपहर के करीब एक बजे टाटानगर में हो गया। 56 वर्षीय गोपाल मिश्र अपने पीछे पत्नी और दो बेटियों को छोड़ गए हैं।
पिछले महिने कोलकाता से अपनी बेटी और दामाद को लेकर टाटा लौट रहे गोपाल मिश्र की गाड़ी को एक ट्रक ने सामने से टक्कर मार दी। इसके बाद एक टैंकर भी पीछे से उनकी कार में टकरा गई। इस हादसे में उनके ड्राइवर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। गोपाल मिश्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे और परिवार के अन्य लोग आंशिक रूप से घायल हुए। उन्हें इलाज के लिए कोलकाता में भर्ती कराया गया था। बाद में उन्हें टाटा वापस ले आया गया, जहां डॉक्टरों के अथक प्रयास के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
पिछले महिने कोलकाता से अपनी बेटी और दामाद को लेकर टाटा लौट रहे गोपाल मिश्र की गाड़ी को एक ट्रक ने सामने से टक्कर मार दी। इसके बाद एक टैंकर भी पीछे से उनकी कार में टकरा गई। इस हादसे में उनके ड्राइवर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। गोपाल मिश्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे और परिवार के अन्य लोग आंशिक रूप से घायल हुए। उन्हें इलाज के लिए कोलकाता में भर्ती कराया गया था। बाद में उन्हें टाटा वापस ले आया गया, जहां डॉक्टरों के अथक प्रयास के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
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Friday, July 2, 2010
याद किए गए दिग्विजय सिंह
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